मेधा पाटकर होंगी गुजरात में AAP का मुख्यमंत्री चेहरा?
अहमदाबाद।आजतक हिन्दी. कॉम। "नक्सल माइंड" मेधा पाटकर को गुजरात में आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा बनाने की चर्चा जोरों पर है,एक बार शामिल होकर छोड़ चुकी हैं आम आदमी पार्टी,जिन्होंने एक समय पर कच्छ(गुजरात) तक पानी पहुँचने से रोका।
"नक्सल माइंड" सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर क्या? होंगी,गुजरात में AAP का मुख्यमंत्री चेहरा?
राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं की सुगबुगाहट है,कि कथित तौर पर "नक्सल माइंड" सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को आम आदमी पार्टी (AAP) गुजरात में मुख्यमंत्री का चेहरा बना सकती है?मेधा पाटकर कई विकास परियोजनाओं पर ग्रहण लगाने के लिए भी मशहूर हैं।उनके आंदोलनों और अभियानों के कारण कई इलाके विकास में पीछे रह गए और वहाँ सरकारी परियोजनाएँ ठप हो गईं। AAP इस बार गुजरात में पूरे दमखम के साथ उतर रही है और उसे वहाँ एक मशहूर चेहरे की तलाश भी है।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इन अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-जी हाँ,“मेधा पाटकर" होगी AAP की गुजरात CM कैंडिडेट! वहीं गुजरात में पानी रोकने वालीं,बाँध के ख़िलाफ़ साज़िश रचने वालीं,गुजरात को बदनाम करने वालीं,आंदोलन के नाम पर दुकान चलाने वालीं मेधा पाटकर।अरविंद केजरीवाल जी,चुनाव लड़ना चाहते हो या बस गुजरात को बदनाम करने का प्लान हैं? वहीं मुंबई भाजपा के प्रवक्ता सुरेश नखुआ ने मेधा पाटकर को विकास विरोधी और गुजरात विरोधी करार दिया है।
दिसंबर 2022 में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि मेधा पाटकर एक "अर्बन नक्सल" हैं, जिन्हें राजनीतिक समर्थन प्राप्त है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने कच्छ के हालिया दौरे में लोगों को उन लोगों की याद दिलाई,जो गुजरात का विकास रोकना चाहते थे।उन्होंने कहा कि कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि कभी टप्पर,फतेहगढ़ और सुवाई बाँधों में भी नर्मदा का पानी पहुँच सकता है और अब कच्छ के गाँव-गाँव में पानी पहुँचने से हजारों हेक्टेयर में सिंचाई की समस्या खत्म हुई,जिसका लोगों ने उत्सव मनाया।
बता दें कि मेधा पाटकर ने ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ चलाकर नर्मदा पर बाँध बनाने से रोका था,जिससे लाखों लोगों को सूखे में रहना पड़ा और किसानों को घाटा हुआ।सीएम पटेल ने भी याद दिलाया कि कैसे कुछ लोगों ने कच्छ तक पानी पहुँचाने के रास्ते में 5 दशक तक अड़ंगा लगाया। उन्होंने कहा कि ये "अर्बन नक्सल" कौन हैं? हमें पता है।सीएम पटेल ने कहा कि, हमें पता है,कि कौन सी पार्टी नक्सली विचारधारा को गुजरात में लाना चाहती है,जिसे हमें उसे हराना है।
ये भी याद दिला दें कि मेधा पाटकर कभी आम आदमी पार्टी में शामिल होकर उसे छोड़ भी चुकी हैं।उन्होंने जनवरी 2013 में ही AAP को जॉइन किया था,लेकिन इसके लगभग एक साल बाद ही मार्च 2015 में उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया था।तब आम आदमी पार्टी ने अपने कुछ वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से निकाल बाहर किया था,जिसके पश्चात मेधा पाटकर ने इस्तीफा देते हुए कहा था,कि उनकी गतिविधियों के लिए इस पार्टी में कोई स्थान नहीं है,ऐसे में वो इस पार्टी से बाहर निकल रहीं हैं यानी पार्टी छोड़ रहीं हैं।