जल-पर्यटन के नए अवसरों के लिए तैयार हो रहे ग्रामीण नाविक
बाँदा।उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की एग्री-रूरल एवं गंगेय ग्राम पर्यटन परियोजना के अंतर्गत ग्राम कनवारा में देहाती ग्रामोत्थान विकास समिति द्वारा 2 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का सफल आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय नाविकों को पर्यटन के अनुकूल सुरक्षित व व्यावसायिक नौकायन सेवाओं हेतु दक्ष बनाना था।प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को जल-पर्यटन से जुड़े व्यवहारिक पहलुओं पर जानकारी दी गई।इसमें आपात कालीन स्थिति में सुरक्षा उपाय, पर्यटकों से संवाद कौशल,नौका संचालन की तकनीकी बारीकियाँ और पर्यटन में आजीविका की संभावनाएं प्रमुख विषय रहे।
इस अवसर पर गाँव के 17 नाविकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।दूसरे दिन समापन समारोह में ग्राम प्रधान आशीष यादव ने उपस्थित रहकर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।प्रशिक्षण में भाग लेने वालों में बबलू,पप्पू,बाबरा,चुनकू,दयाराम,बेटा लाल,बच्चा,राम लाल और कल्लू जैसे नाविक शामिल रहे,जिन्होंने जल-पर्यटन को गाँव की समृद्धि का माध्यम मानते हुए अपनी सहभागिता दर्ज की।कार्यक्रम का संचालन समिति की अनुभवी टीम ने किया,जिसमें वेद प्रकाश शर्मा(टीम लीडर),देवेंद्र सिंह(जिला समन्वयक) रामनारायण निषाद (नाविक प्रशिक्षक) और गयादीन(ग्राम समन्वयक) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस प्रशिक्षण पहल के माध्यम से न केवल नाविकों को नई दिशा मिली है,बल्कि गाँव में होम स्टे,लोककथा वाचन,स्थानीय गाइडिंग और स्वयं सहायता समूहों के जरिये स्थायी रोजगार के नए द्वार भी खुलते नजर आ रहे हैं।इस प्रकार की पहल ग्रामीण पर्यटन के माध्यम से समुचित विकास की एक ताकतवर मिसाल बन रहा है।