सोते समय घर में आग लगने से मासूम बच्ची की जलकर हुई मौत और माँ झुलस गई,नरैनी तहसील के गोरे पुरवा गाँव का निवासी मजदूर शहीद के कच्चे घर में दोपहर पत्नी सरवरी अपनी 10 माह की बेटी शालिया के साथ सो रही थी।अचानक मकान में आग लग गई।आँच लगने पर जब माँ की नींद खुली तो वह बेटी को लेकर बाहर भागी,जिससे माँ बेटी दोनों बुरी तरह झुलस गईं,जबकि मासूम बच्ची को नहीं बचाया जा सका।
बाँदा,यूपी के बाँदा जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया।मकान में आग लगने के कारण घर में सो रही 10 महीने की मासूम बच्ची की बुरी तरह झुलसने के कारण मौत हो गई।इस हादसे में मां भी बुरी तरह से झुलस गई।अस्पताल में इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया जबकि माँ का ट्रीटमेंट अभी जारी है।
जिले के गोरे पुरवा गाँव निवासी मजदूर शहीद के कच्चे घर में दोपहर पत्नी सरवरी और अपनी 10 माह की बेटी शालिया के साथ सो रही थी।एकाएक मकान में आग लग गई।आँच लगने पर जब माँ की नींद खुली तो वह बेटी को लेकर बाहर भागी।परंतु तब तक माँ-बेटी दोनों लपटों की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गईं।मुहल्ले के तमाम लोग आकर मदद को पहुँचे।
दोनों माँ-बेटी को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया।जहाँ बच्ची की उपचार के दौरान मौत हो गई।ग्रामीणों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद जब तक आग काबू की,तब तक घर व गृहस्थी जलकर खाक हो गई।ग्रामीणों की सूचना पर काम करने गए शहीद ने आकर नरैनी कोतवाली में घटना की रिपोर्ट दी।पुलिस मामले की जाँच में जुट गई हैं।