उ०प्र० मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत,महिला कल्याण विभाग द्वारा जिला पंचायत के सभागार में कक्षा 9 व उससे ऊपर की कक्षा में अध्ययनरत 15 बच्चों को कार्यक्रम के दौरान लैपटाप वितरण किया गया।
बाँदा,उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे बच्चें जिनके माता पिता अथवा दोनों की कोविड-19 महामारी के संक्रमण व प्रभाव से मृत्यु हो गई है,के भरण-पोषण शिक्षा चिकित्सा आदि की व्यवस्था के लिए प्रतिमाह 4 हजार रूपए की आर्थिक सहयोग प्रदान किए जाने हेतु 'उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना" संचालित है।महिला कल्याण विभाग द्वारा इस योजना के अन्तर्गत 18 मार्च 2023 को जिला पंचायत के सभागार में इस योजना के तहत कक्षा 9 या उससे ऊपर की कक्षा में अध्ययनरत 15 बच्चों को लैपटाप वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ।
उ०प्र० मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत ऐसे बच्चों को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 4 हजार प्रतिमाह दिये जाते हैं,जिनके माता या पिता में से कोई एक या दोनों की मृत्यु कोविड-19 के कारण हुयी हो वर्तमान में जनपद बाँदा में 92 बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है।
रामकेश निषाद राज्यमंत्री जलशक्ति उ0प्र0 सरकार ने अपने सम्बोधन में बच्चों एवं उनके अभिभावकों से कहा,कि उत्तर प्रदेश एवं भारत सरकार ऐसे परिवारों व उनके बच्चों के साथ खड़ी है,सरकार द्वारा इन योजनाओं के माध्यम से जिनके परिवार में कोविड के कारण मृत्यु हुयी हैं उनके परिवार के बच्चों के भरण पोषण,शिक्षा, सुरक्षा हेतु सहयोग किया जा रहा है।
प्रकाश द्विवेदी विधायक,सदर ने अपने सम्बोधन में कहा,कि उत्तर प्रदेश की सरकार बच्चों के संरक्षण,सुरक्षा, शिक्षा,विकास एवं पुर्नवासन हेतु विभिन्न योजनाएं चला रही है,जिनमें से उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना भी कोविड से मृत्यु हुए परिवार के बच्चों के लिए संचालित है जो,कि ऐसे बच्चों के लिए एक बड़ा सहारा है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जानकारी दी गयी कि जनपद में 92 बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है,इस योजना के अन्तर्गत प्रतिमाह 4 हजार रूपये की आर्थिक सहायता से उनके शिक्षा,स्वास्थ्य एवं भरण पोषण हो रहा है।जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा जानकारी दी जा रही है,कि उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अन्तर्गत लाभ ले रहे 92 बच्चों को नियमित रूप से जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा फालोअप कराया जाता है,जिससे कि वो बच्चे पढ रहे हैं,कि नही,उनको मिल रही इस योजना से बच्चों के भरण पोषण शिक्षा स्वास्थ्य में धनराशि का व्यय हो रहा है,कि नही आदि विषयों की जानकारी होती रहती है।डॉ०अर्चना भारती द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया।