हमीरपुर,यूपी के बुंदेलखण्ड क्षेत्र के जनपद हमीरपुर की मौदहा तहसील के नायक पुरवा कस्बे में अच्छी खासी मार्केट है और गल्ला मंडी भी है,जिससे कि अच्छा खासा टैक्स भी सरकार को जाता है।
लेकिन इस एरिया में,सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए गाँव के लोग अभी भी मोहताज हैं और गाँव में सरकारी अस्पताल पर डॉक्टर का कोई अता-पता नहीं रहता,यदि डॉक्टर भूल से आ भी जाता है,तो दवाइयाँ नहीं मिलती।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केवल शोपीस बनकर रह गया है।
आखिर बेबस एवं गरीब ग्रामवासी अपने व अपने परिवार का इलाज कराने कहाँ जाएं और अपने हक के लिए किस से माँग करे और किससे कहें, यहाँ नेता भी आते है,5 साल तक रहते है, मीठी-मीठी बातें करके चले जाते हैं पर गाँव के बारे में कोई ध्यान नहीं देता।
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समर्थ व्यक्ति गाँव के बाहर,शहर में जाकर अपना इलाज करा लेतें है,परंतु गरीब और मध्यम वर्ग के लोग इलाज करा पानें में असमर्थ रहते हैं।इसके चलते बिना इलाज के या तो वे गंभीर बीमार हो जातें है या फिर दम तोड़ देते हैं।