आकांक्षा साहू का इलाहाबाद उच्च न्यायालयअपर समीक्षा अधिकारी(एआरओ)के पद पर हुआ चयन
बाँदा,प्रतिभाएं कभी छिपती नहीं है,जो उजागर ज़रूर होतीं हैं,यदि जिसने भी मेहनत और लगन से कोशिश किया,उसने मुकाम को अवश्य पाया है,ऐसा कर दिखाया एक बाँदा की बेटी आकांक्षा साहू ने,जिसने अपनी मेहनत और लगन से ऊंचा पद पा लिया है।
एक भेंट में अपने परिवार के बीच खुश आकांक्षा साहू ने बताया,कि मैं बहुत ही मध्यम परिवार से संबंध रखती हूं,मेरे पिताजी छोटे से व्यापारी है,जो कि मसाला का काम करते हैं मेरी मां एक ग्रहणी है मेरा चयन इलाहाबाद उच्च न्यायालय अपर समीक्षा अधिकारी (ए आर ओ ) के पद पर हुआ है,सभी भाई बहनों को मैं यह संदेश देना चाहती हूँ,यदि आपने कोई सपने देखें और उन्हें साकार करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने सपनों को जिंदा रखे जब भी समय परिस्थितियां अनुकुल लगे तो अपनी इच्छा शक्ति व मेहनत से अपने लक्ष्यों की तरफ केंद्रित होकर पूर्ण एकाग्र चित्त मन से सपनों को पूरा करने में जुट जाएं तब यह कहावत भी सत्य साबित होगी कि,यदि आप किसी चीज को शिद्दत से चाह ले तो पूरी कायनात उसे आपस में मिलाने में लग जाती है,ईश्वर की कृपा तथा सभी गुरुजनों व माता-पिता के आशीर्वाद से मेरा चयन प्रथम प्रयास में ही हाईकोर्ट ए आर ओ पद पर हुआ है।
आकांक्षा साहू ने अपनी तैयारी नेशनल कामर्शियल कॉलेज डिग्गी चौराहा हनुमानगढ़ी शॉर्टहैंड (स्टेनो) टाइपिंग पंकज निगम सर के यहां किया है। जिसको भी चयन की जानकारी हुई,वो सुबह से ही घर में आकर बधाई देने आरहें।