4 चचेरी बहनें केन नदी में डूबीं,जिनमें 2 की हुई मौत,पैलानी थाना क्षेत्र के खप्टिहा गाँव में हुई घटना,आक्रोशित परिजनों ने पुलिस को नहीं उठाने दिए शव।
बाँदा,पैलानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत खपटिहा गाँव में भण्डारा खाने के बाद घर वापस लौट रहीं 4 चचेरी बहनें केन नदी पार करते समय गहरे गड्ढे में समा गईं। मौके पर पहुंचे मल्लाह ने 2 चचेरी बहनों को बचा लिया।जबकि दो चचेरी बहनों की डूब जाने से मौत हो गई।कड़ी मशक्कत के बाद दोनो शवों को पानी से बाहर निकाला गया।सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को उठाने का प्रयास किया,लेकिन आक्रोशित परिजनों ने शव कब्जे में नहीं लेने दिए।उनका कहना था,कि खदान के चलते नदी में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिसके कारण यह हादसा हुआ है।जब तक कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं आएगा,तब तक शव नहीं उठाने दिए जाएंगे।पुलिस परिजनों को समझाने का प्रयास करने में डटी रही।
पैलानी थाना क्षेत्र के खप्टिहा कलां के सिमरन डेरा निवासी नोखेलाल और भूरा दोनो भाई गया भोज का भण्डारा करा रहे थे।शुक्रवार की शाम खप्टिहा की ही रहने वाली 4 चचेरी बहनें यासमीन (10) पुत्री बल्लू,उसकी चचेरी बहन शफीना (14) पुत्री सिराजुल,शबाना (13) पुत्री अनीस, रुकसार (10) पुत्री इंदू चारों चचेरी बहनें भण्डारा खाने गईं थीं।भण्डारा खाकर वह वापस लौट रही थीं।तभी केन नदी पार करते समय चारों चचेरी बहनें गहरे गड्ढे में समा गईं।
नदी में चारों बहनों को डूबता देख नाव चला रहा नाविक सुरेश मौके पर पहुंच गया।कड़ी मशक्कत के बाद शबाना और रुकशार को पानी से बाहर निकाल लिया। जबकि यासमीन और शफीना गहरे पानी में समा गईं।सूचना पाकर ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंच गई।कड़ी मशक्कत के बाद यासमीन और शफीना को जब तक पानी से बाहर निकाला गया,तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।शव देखते ही घरवालों में चीख-पुकार मच गई।पुलिस ने शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया।लेकिन परिजनों ने शव को उठाने नहीं दिया।
मृतका के ताऊ हजरत का कहना था,कि बालू खदान के बड़े-बडे़ गड्ढे होने के कारण ही यह हादसा हुआ है।जब तक कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं आएगा,तब तक शव को उठाने नहीं दिया जाएगा।पुलिस परिजनों को समझाने में जुटी रही। हजरत ने बताया कि बल्लू के चार बेटियां मुस्कान,खुशबू और सानिया हैं।यासमीन की पानी में डूबने से मौत हो गई।वहीं शफीना तीन बहनों में से एक थी।