बाँदा सहित यूपी के 3 जेल अधीक्षक हुए सस्पेंड:बरेली में अतीक अहमद के बेटे अशरफ से कराते थे गुर्गों की मुलाकात,नैनी जेल में अतीक अहमद को नहीं दी गई एंट्री और बाँदा जेल में मिली कमियाँ।
बरेली,उत्तर प्रदेश शासन ने बाँदा सहित यूपी के 3 जेल अधीक्षक हुए सस्पेंड बरेली सेंट्रल जेल के जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।इसके साथ ही बाँदा जेल अधीक्षक अविनाश गौतम और प्रयागराज की नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत को भी निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखाया गया है। बरेली जेल मामले में इससे पहले 5 अधिकारी पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं।
प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड की पूरी योजना बरेली सेंट्रल जेल में हुई थी। इस मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है।जेल में बंद अशरफ से मुलाकात कराने के आरोपों में बरेली सेंट्रल जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया है। डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप समेत 5 अधिकारीयों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
इससे पहले इस मामले में बरेली पुलिस ने जेल के सिपाही मनोज कुमार गौड़,शिव हरि समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।आरोप है,कि वह बिना आइडेंटी प्रूफ के अशरफ से अतीक गैंग के लोगों की मुलाकात करवाता था। बतादें,कि 11 फरवरी को शूटर बरेली जेल में अशरफ से मिले थे।
माफिया अतीक अहमद को 28 मार्च को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।इसके बाद उसे नैनी सेंट्रल जेल लाया गया। किन्तु नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत ने माफिया अतीक को जेल में दाखिल नहीं होने दिया।उनके निलंबन का एक कारण यह भी माना जा रहा है।
हालांकि निलंबन का कारण शासकीय कार्यों में लापरवाही को आधार बताया गया है।परन्तु, विभागीय अधिकारियों में चर्चा यही है,कि निलंबन का कारण माफिया अतीक को जेल में दाखिल न करके गेट पर करीब 5 घंटे तक इंतजार करवाना था।इंतजार के बाद अतीक को साबरमती जेल भेजा गया। इसके अलावा तीन दिन पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया था,जहाँ से आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई थीं।
बाँदा जेल में पूर्वांचल का माफिया मुख्तार अंसारी बंद है।उसके खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में डीजी जेल की ओर से खुफिया जांच कराई गई। डीआईजी जेल की रिपोर्ट के आधार पर बाँदा के जेल अधीक्षक अविनाश गौतम सस्पेंड कर दिए गए हैं। डीजी जेल की रिपोर्ट के अधार पर कार्रवाई की गई है। जेल के भीतर काम न करने,लापरवाही और अनुशासनहीनता के मामले में यह कार्रवाई की गई है।
प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को गोली और बम बरसाकर की गई।इसमें 2 सिपाही भी मारे गए थे। हत्याकांड से ठीक 13 दिन पहले बरेली सेंट्रल जेल में अशरफ से 9 शूटर मिलने आए थे। 11 फरवरी को अतीक का बेटा असद,विजय उर्फ उस्मान चौधरी, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अन्य पांच आरोपियों ने फर्जी आई डी के जरिए अशरफ से मुलाकात की। इसके बाद 24 फरवरी को घटना को अंजाम दिया गया था।
प्रयागराज के उमेश पाल हत्या की पूरी योजना बरेली सेंट्रल जेल में हुई।जेल में अतीक अहमद के भाई अशरफ वॉट्सऐप कॉल के जरिए पूरा मर्डर ऑपरेशन डील करता रहा।जेल में सिपाही से लेकर अधिकारी तक इसमें शामिल निकले।बिना आईडी पर अशरफ से गुर्गे जेल के वीआईपी जगह में मिलते रहे।इसके बाद 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल और 2 सिपाहियों का मर्डर किया जाता है।
माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।17 वर्ष पुराने उमेश पाल अपहरण केस में यह सजा सुनाई गई है। सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस अतीक को लेकर 3.30 बजे नैनी जेल पहुंची,लेकिन वहाँ वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह ने अतीक को जेल में लेने से मना कर दिया था।उनके मुताबिक माफिया अतीक अहमद नैनी जेल में लेने का अभी कोई आदेश नहीं मिला है। अतीक दोपहर 3.30 बजे से लेकर रात्रि 8.35 बजे तक वैन में बैठा रहा। अब उसे लेकर पुलिस साबरमती जेल के लिए निकल गई है।इस बीच अतीक अहमद का ब्लड प्रेशर बढ़ गया।उसने वैन में मौजूद सिपाहियों से घबराहट होने की बात कही,तो उसे ब्लड प्रेशर की दवा दी गई थी।
चित्रकूट जेल के अंदर एक कमरे से माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास की पत्नी निखत को पकड़ा गया है।एक खुफिया सूचना पर डीएम-एसपी ने जेल में छापा मारकर निखत को पकड़ा है।जिस कमरे में निखत मिली,उसमें बाहर से ताला बंद था। डीएम-एसपी ने खुद अपने सामने ताला खुलवाया।निखत हर दिन अवैध तरीके से जेल में अब्बास से 3-4 घंटे मुलाकात करती थी।पुलिस ने निखत को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में जेलर संतोष कुमार पांडेय,डिप्टी जेलर पीयूष पांडेय और 5 जेल वार्डन को सस्पेंड कर दिया गया है।जेल सुपरिटेंडेंट अशोक सागर को सस्पेंड करने की सिफारिश शासन से की गई। उन्नाव के जेलर राजीव कुमार सिंह को चित्रकूट जेल का प्रभारी बना दिया गया है।