विशाल महासम्मेलन: राजधानी लखनऊ में लाखों शिक्षा मित्रों ने कम मानदेय के विरुद्ध उठाई आवाज

बाँदा,लाखों शिक्षा मित्रों ने कम मानदेय के विरुद्ध आवाज उठाते हुए विभिन्न माँगो सहित मानदेय बढ़ाए जाने की अपनी माँग को जबर्दस्त तरीके से बुलंद किया।आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश एवं शिक्षामित्र के अन्य संगठनों द्वारा रमाबाई अंबेडकर पार्क लखनऊ में एक विशाल महासम्मेलन का आयोजन किया गया।

महासम्मेलन में जिलाध्यक्ष फूल सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का फूल मालाओं से स्वागत किया गया

प्राप्त जानकारी के अनुसार रमाबाई अंबेडकर पार्क में उत्तर प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्र जो कि प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2001 से शिक्षा पर कार्य कर रहे हैं और वर्तमान में मानदेय 10 हजार रुपए पा रहे है।इतने कम मानदेय में उनके बच्चों की पढ़ाई व घर के बूढों की दवाई भी नहीं हो पा रही।

अपनी पीड़ा बताने के लिए आज उत्तर प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्र व उनके परिवार के सदस्यों सहित लगभग 2 लाख की संख्या में लखनऊ के अंबेडकर पार्क में पहुँच कर हुँकार भरी, जहाँ मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय शहरी एवं ग्रामीण आवास विकास मंत्री कौशल किशोर व निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद की गरिमामयी उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों ने अपनी पीड़ा व्यक्त की और कहा कि,इतने कम मानदेय में हम लोगों के परिवार नहीं चल पा रहें हैं। 

उन्होने बताया,कि हमारी डबल इंजन की सरकार से हम शिक्षा मित्रों को आशा है, कि सबका-साथ,सबका-विकास को देखते हुए,समान कार्य के लिए समान वेतन होना बेहद लाजिमी है,जिस पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने हमारी मांगों को सुनकर व समझ-बूझ कर यह आश्वसान दिया,कि आप की मांगों को हम,उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखेंगे,मुझे ऐसा विश्वास है,कि भाजपा सरकार हमारी जायज मांगों को अवश्य सुनेंगे।

उल्लेखनीय है,कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2001 में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह ने शिक्षामित्र रूपी योजना का शुभारंभ किया था और तत्कालीन समय में दुर्गम क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की बहुत कमी थी,तब उस समय शिक्षामित्रों ने पूरी तन्मयता के साथ प्राथमिक विद्यालयों में ताला लटकने से बचाया था।इसके अलावा अन्य मांगे भी हैं,जैसे-जब से शिक्षा मित्र योजना चली तब से अभी तक शिक्षामित्रों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नहीं हुए,यदि कोई लड़की तत्कालीन समय में अविवाहित थी और जब उसका अन्य जनपद में विवाह हो गया तो,विगत 22 वर्षों से वह अपने मायके में रहकर ही सर्विस कर रही है तथा पुरुष शिक्षामित्रों के अन्य जगह,जनपद स्तरीय एवं अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की भी मांग की गई है।

जनपद बाँदा से जिलाध्यक्ष फूल सिंह, जिला महामंत्री राम मिलन द्विवेदी एवं विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष मूलचंद सोनी,संरक्षक शशिकांत उपाध्याय,सभी ब्लाकों के अध्यक्ष महामंत्री व जनपद बाँदा के ही लगभग 1150 शिक्षामित्रों ने इस महासम्मेलन को सफल बनाने में अपनी सहभागिता की। महासम्मेलन में जिलाध्यक्ष फूल सिंह द्वारा  केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का फूल मालाओं से स्वागत किया गया।

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