रेलवे स्टेशन परिसर गेट नंबर 1 से हनुमान मंदिर हटाए जाने का हो रहा प्रबल विरोध,हिंदू संगठनों ने किया जबर्दस्त प्रदर्शन।दी उग्र आंदोलन की चेतावनी,बावजूद इसके रेलवे चस्पा कर चुका है,15 दिन के अंदर मंदिर हटाने की नोटिस।
बाँदा,रेलवे स्टेशन परिसर गेट नंबर 1 पर स्थित श्रीहनुमान मंदिर को हटाने संबंधी नोटिस चस्पा किए जाने के बाद से तमाम हिंदू संगठन भड़क उठे। सैकड़ों की संख्या में हिंदूवादी नेता एवं कार्यकर्ता मंदिर के बाहर धरने पर बैठ गए,साथ ही चेतावनी दे रहें है,कि यदि मंदिर को कोई भी क्षति पहुँची तो हिंदू संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे। वहीं रेलवे ने इस मंदिर को हटाने के लिए 15 दिन का समय देकर नोटिस जारी की है।
रेलवे स्टेशन परिसर में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने धरना प्रदर्शन किया,मंडल रेल प्रबंधक को संबोधित ज्ञापन रेलवे स्टेशन प्रबंधक को दिया।जिसमें नोटिस को वापस लेने की पुरजोर माँग की गई। संगठनों ने कहा,कि अन्यथा की दशा पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल उग्र आंदोलन को बाध्य होगा।विहिप के जिलाध्यक्ष चन्द्र मोहन बेदी ने कहा,कि यह मंदिर काफी समय से यहाँ स्थित है,जिसमें स्थापित श्रीहनुमान और शिवलिंग की रोज पूजा की जाती है। हमारी माँग है,कि इस मंदिर को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई जाए, अन्यथा हम उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य हो जाएँगे।
नगर अध्यक्ष विहिप सनी धुरिया ने कहा,कि रेलवे द्वारा प्राचीन मन्दिर को हटाने का नोटिस चस्पा करना बहुत ही निंदनीय है।इस दौरान मुख्य रूप से जिला संगठन मंत्री विवेक खरे,जिला उपाध्यक्ष एड. पुलक मिश्रा,जिला सह मंत्री रामप्रताप सोनी,जिला समरसता प्रमुख विश्राम कुमार धुरिया,जिला गौरक्षा प्रमुख अनिल बजरंगी,विभाग संयोजक चंद्रप्रकाश,जिला सहसंयोजक देवराज राजपूत,जिला विशेष सम्पर्क प्रमुख हरीश वर्मा, जिला धर्मप्रसार प्रमुख विमल निगम, नगर मंत्री मनीष मंगल,नगर उपाध्यक्ष सुमित सोनी,अरविन्द गुप्ता,जिला मिलन केन्द्र प्रमुख नवल,सह मिलन केंद्र प्रमुख प्रियांशु शिवहरे,नगर संयोजक अक्षत रूपलिहा,राहुल शिवहरे,कृष्णा रावत,रामदास,सचिन सोनकर और किशन सोनकर आदि मौजूद रहे।
गौरतलब है,कि सहायक मंडल इंजीनियर ने 24 जनवरी को एक नोटिस जारी किया था।जिसमें कहा गया है,कि बाँदा रेलवे स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया प्लेटफार्म नंबर 1 में 9.0 वर्ग मीटर का धार्मिक ढांचा बना है,जिसे 15 दिनों के अंदर हटा लिया जाए,अन्यथा इसे रेलवे प्रशासन खुद हटाएगा।इस संबंध में थाना प्रभारी रेल सुरक्षा बल,थाना प्रभारी जीआरपी और स्टेशन अधीक्षक को कार्रवाई के लिए निर्देशित भी किया गया है।