जिलाधिकारी बाँदा अनुराग पटेल हुए सम्मानित

जिलाधिकारी बाँदा अनुराग पटेल हुए सम्मानित


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य भूजल सप्ताह दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी बाँदा अनुराग पटेल को किया सम्मानित। 
-जिलाधिकारी द्वारा जल-संचय, जीवन-संचय के अन्तर्गत चार कार्य कराए गए।
-जिलाधिकारी ने फावड़ा चलाकर सिर में मिट्टी ढ़ोकर श्रमिकों के साथ नदी की खुदाई कर जीर्णोद्धार का कार्य किया
-जिलाधिकारी द्वारा 159 तालाबों में खुदाई व जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण किया गया।
बाँदा:राज्य भूजल सप्ताह दिवस दिनांक 16 जुलाई 2022 से 22 जुलाई 2022 तक मनाया गया।
    उत्तर प्रदेश में केवल अनुराग पटेल, जिलाधिकारी, बांदा को सम्मानित किया गया और उनके साथ 11 लोगो में जनपद, बांदा के खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़ की विधि को साकार करने वाले उमाशंकर पाण्डेय, सदस्य जल प्रबन्धन समिति,नीति आयोग,भारत सरकार को भी सम्मानित किया गया।पूरे प्रदेश में बाँदा जनपद को जल संचयन,जल सम्वर्धन के क्षेत्र में 2 पुरस्कार प्राप्त हुये है।जिसमें अनुराग पटेल,जिलाधिकारी-बांदा एवं उमाशंकर पाण्डेय,सदस्य-जल प्रबन्धन समिति,नीति आयोग,भारत सरकार का नाम सम्मिलित है और भूजल सप्ताह का राज्य स्तरीय समापन समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश सरकार के कर कमलों द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री,उत्तर प्रदेश द्वारा पूरे प्रदेश में भूजल संचयन एवं सम्वर्धन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं को अपने हाथों से सम्मानित किया गया।

आइए एक नजर डालते है जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा जनपद में कराए गए चार कार्य-
जनपद में जिलाधिकारी बांदा अनुराग पटेल द्वारा जल संचय,जीवन संचय के अन्तर्गत निम्नवत् चार कार्य कराए गए-
एक-गहरार नदी 
गहरार नदी बांदा जनपद के 21 कि0मी0 के प्रवाह क्षेत्र में से 11 कि0मी0 प्रवाह क्षेत्र पूरी तरह से खत्म हो गया था और 10 कि0मी0 में उक्त नदी में कहीं-कहीं पानी बह रहा है कही धारा बहुत ही संकुचित हो गयी है।22 अप्रैल 2022 को विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ नदी में फावड़ा चलाकर सिर पर मिट्टी ढ़ोकर अभियान की शुरूआत की गई। वर्तमान में नदी के जीर्णोद्धार व पुनर्जीवन का कार्य पूर्ण हो चुका है। 
दो-चन्द्रावल नदी 
जनपद में चन्द्रावल नदी का कुल प्रवाह क्षेत्र 19 किमी है जिसमें से लगभग 15 किमी भाग में चन्द्रावल नदी जगह-जगह मृतप्राय हो गई है। 22 अप्रैल 2022 को
  विश्व पृथ्वी दिवस को उ0प्र0 सरकार के राज्य मंत्री, जल शक्ति विभाग, उ0प्र0 रामकेश निषाद द्वारा नदी तट पर विधिवत् पूजा अर्चन कर फावड़ा चलाकर नदी के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारम्भ किया गया। दिनांक 22 अप्रैल 2022 से लेकर अब तक ग्राम अमारा, पडोहरा एवं गडरिया में अनुराग पटेल जिलाधिकारी बाँदा द्वारा जनपद के अधिकारियों के साथ समय-समय पर फावड़ा चलाकर सिर में मिट्टी ढ़ोकर श्रमिकों के साथ नदी की खुदाई कर जीर्णोद्धार का कार्य किया गया,जिसके कारण सम्प्रति नदी का जीर्णोद्धार पूर्ण हो चुका है। 
तीन-मरौली झील 
यह झील जनपद बांदा के बड़ोखरखुर्द विकास खण्ड के ग्राम परमपुरवा के पास मटौंध ग्रामीण व इंटवा ग्राम पंचायतों में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल 123 बीघा (21.498 हे0) है। झील पूरी तरह से मृतप्राय होकर सूख चुकी थी। झील की लगभग 30 बीघा जमीन किसानों से मुक्त कराकर 22 अप्रैल 2022 को विश्व पृथ्वी दिवस पर जिलाधिकारी बांदा अनुराग पटेल द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ फावडा चलाकर एवं सिर में मिट्टी ढ़ोकर मरौली झील के पुनर्जीवन का कार्य प्रारम्भ किया गया था।वर्तमान में मरौली झील का पुनर्जीवन व जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण हो चुका है।
चार-जल कुम्भी हटाओं-तालाब बचाओ अभियान 
       प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा चलाये गये अमृत सरोवर अभियान से प्रेरणा लेकर श्री अनुराग पटेल जिलाधिकारी बांदा द्वारा प्रथम चरण में जनपद में घनी जल कुम्भी वाले 50 तालाबों को चिन्हित किया गया तथा प्रत्येक तालाब पर एक वरिष्ठ अधिकारी, 5 उनके सहयोगी अधिकारी, 10 सफाई कर्मचारी, युवा मंगलदल, आंगनबाड़ी कार्यकत्री तथा ग्राम प्रधान के नेतृत्व में ग्रामीणों को प्रत्येक तालाब पर सफाई कार्य हेतु आवहन करते हुए लगाया गया। जिलाधिकारी बांदा स्वयं अपने गोद लिये ग्राम पंचायत डिंगवाही के सघन जल कुम्भी वाले बड़ा तालाब का चयन किया गया जो गन्दगी एवं जल कुम्भी से पटा था।
          उल्लेखनीय है, कि जल कुम्भी हटाओ-तालाब बचाओ अभियान की 27 जून 2022 को शुरूआत की गई। जिलाधिकारी बांदा स्वयं 4 घण्टे गले बराबर पानी में उतर कर उमाशंकर पाण्डेय, सदस्य जल प्रबन्धन समिति, नीति आयोग,भारत सरकार सहित जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ जल कुम्भी हटाने का कार्य प्रारम्भ किया। जनपद में सभी 50 तालाबों को जल कुम्भी मुक्त कर दिया गया। 
-आपको विशेष जानकारी देते हुए यह भी बतादे-जनपद मिर्जापुर में जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा जल-जलाशय-जमीन अभियान के अन्तर्गत प्रथम चरण में एक साथ एक दिन में 505 तालाबों व खेत में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ तालाबों में खुदाई का कार्य प्रारम्भ किया गया।जो कार्य 40 दिन तक चलाकर पूर्ण कराया गया एवं द्वितीय चरण की शुरूआत 22 जून, 2019 से की गई जिसमें 159 तालाबों में खुदाई व जीर्णोद्धार का कार्य पूर्ण किया गया। इसी प्रकार जनपद मिर्जापुर की कर्णावती नदी में जिलाधिकारी द्वारा दिनांक 5 जुलाई, 2019 को जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ नदी के पुनर्जीवन व जीर्णोद्धार के कार्य की शुरूआत की गई। कर्णावती नदी विकास खण्ड छनवे की 19 ग्राम पंचायतों से होते हुये 24 किमी की दूरी तय करते हुये विध्यांचल के निकट गंगा नदी पर गिरती है।कर्णावती नदी के पुनर्जीवन व जीर्णोद्वार का कार्य पूर्ण कराया गया तथा जिलाधिकारी ने जल कुम्भी हटाओ तालाब बचाओं अभियान के अन्तर्गत जनपद मिर्जापुर के 126 तालाबों का चिन्हाकन करते हुये
 14 जुलाई, 2019 से शुरूआत कर 20 जुलाई,2019 तक अधिकारियों के साथ मिलकर तालाबों को जल कुम्भी मुक्त कराया।
     उक्त समापन समारोह में स्वतन्त्र देव सिंह,मंत्री, जल शक्ति विभाग, उत्तर प्रदेश, रामकेश निषाद राज्य मंत्री, जल शक्ति विभाग, उत्तर प्रदेश, दुर्गा शंकर मिश्रा, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ एवं वी0के0 उपाध्याय, निदेशक,भूगर्भ जल विभाग, उ0प्र0 आदि उपस्थित थे।

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