लेखिका मंतशा की "अब तलक महफूज है" पुस्तक का विमोचन

लेखिका मंतशा की "अब तलक महफूज है" पुस्तक के विमोचन पर हुआ कवि सम्मेलन व मुशायरा

बाँदा,सावन के सोमवार देर शाम शहर के नटराज संगीत महाविद्यालय में कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया गया।जहाँ आयोजक एवं संयोजिका मंतशा एवं अध्यक्ष सलमान खान द्वारा सेवर्ष ऑफ लाइफ के द्वारा बैज अलंकरण के उपरांत मंतशा और प्रयागराज के आशीष का जन्मदिन होने के साथ केक काटकर मुख्य अतिथि तथा आए हुए गणमान्य लोगों ने केक सेरेमनी में शामिल होकर दोनों को जन्मदिन की बधाईयाँ दी।बधाईयों का सिलसिला निपटने के बाद ही,मुशायरे में सदाकत करने के पहले सौम्या श्रीवास्तव के द्वारा मां सरस्वती की वंदना के बाद दीपक पटेल एवं प्रयागराज से आए हुए आशीष द्वारा,हम थे मयस्सर तुम्हें मगर तुमने तमाशा किया,हमको हिंदू मुसलमान में मत बांटो हम हिंदुस्तान के एकता के लिए जान दे देंगे, गीत प्रस्तुत किया गया।

अभिजीत मिश्रा जोकि रायबरेली से आए थे,ने देश भक्ति के माध्यम से अपनी रचना के द्वारा शमा बांध दिया और कवि सम्मेलन को जवानी पर ले गए।देर रात तक चलने के बावजूद भी अपनी दीवानगी के साथ कवि सम्मेलन परवान चढ़ता ही रहा।कवि सम्मेलन व मुशायरे में,बाहर दूर दराज से आए हुए कवि और लेखकों के समूह ने वहाँ शमा ही बांध दिया।कार्यक्रम का संचालन व उद्घोषक की भूमिका में अनुराग विश्वकर्मा,सौम्या श्रीवास्तव,आकाश उमंग,आशीष कवि, गुरू अभिजीत मिश्रा,आदित्य कौशल,दीपक पटेल,शिफा खान, समाजसेवी संजय निगम अकेला के साथ वरिष्ठ कवियों में जवाहरलाल जलज एवं डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित के काव्य रस धार,कविताओं,नज़्में ,गजलो का दौर के साथ,साहित्य शब्दों की बयार बहती रही सभी श्रोता मंत्रमुग्ध होकर वाह-वाह करते नजर आए।

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