शहीद हुआ बुंदेलखण्ड का लाल
असम में बाढ़ पीड़ितों को बचाते हुए
झांसी : असम में बाढ पीड़ितों को बचाते समय झांसी जिले का लाल बृजेन्द्र सिंह गौर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए।जैसे ही इसकी जानकारी सकरार में रहने वाले परिजनों और ग्रामीणों को हुई तो आस पास गांवों में भी शोक की लहर दौड़ गई।उधर रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर उनके गाँव सकरार पहुंचा।जहां गॉर्ड ऑफ आनर देकर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र रही,वहीँ सभी लोगों नें शहीद को नम आंखो से विदाई दी। बताते चलें कि झांसी जिले के सकरार में रहने वाले वीरेन्द्र सिंह गौर के सुपुत्र बृजेन्द्र सिंह गौर एसएसबी असम में हवलदार पद पर तैनात थे।अभी हाल ही में असम में आई बाढ़ में पीड़ितों को बचाते समय झांसी का यह वीर शहीद हो गया। रविवार को उनका पार्थिव शरीर सुबह झांसी पहुंचा जहां उनकी शहीद यात्रा निवाड़ी से तिगेला से सकरार तक निकाली गई।
यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।उन्होनें शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा,कि वीरों की धरती बुन्देलखण्ड के लाल बृजेन्द सिंह ने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुये अपनी शहादत दी।
उन्होनें शहीद बृजेन्द सिंह की प्रतिमा सकरार में लगाये जाने की शासन-प्रशासन से मांग की। साथ ही उन्होनें कहा कि यदि शासन प्रशासन उनकी प्रतिमा नहीं लगवायेगा तो वह स्वंय के प्रयास से शहीद की प्रतिमा स्थापित करायेगें,उनकी स्मृति में सकरार में प्रवेश द्वार बनवाया जायेगा,अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन,सेना व पुलिस अधिकारियों के साथ ही राजनैतिक दल के नेता समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।